हँसकर भी देखा रो कर भी देख लिया।
पा कर भी देखा खो कर भी देख लिया
जिंदगी वही जी सकता हे
जिसने अकेले जीना सिख लिया।।।।।
जिस देश के लोग पेट से गैस
छोड़ कर, ये नही मानते के
गैस उन्होने छोडी है....
मोदी उनको गैस सब्सिडी
छोड़ देने को कह रहे है....
हद्द है ll
दिल तोड़ने वालों को सजा क्यों नहीं मिलती,
हर किसी को प्यार में सफलता क्यों नहीं मिलती,
लोग कहते हैं इश्क तो बीमारी है,
तो फिर मेडिकल स्टोर में इसकी दवा क्यों नहीं मिलती !!
अनजान लड़के को भैया कहना भी मानवाधिकारो का हनन है..
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इसके लिए भी २ -3 सौ साल की सजा तो होनी ही चाहिए
आल इंडिया कुवारा संघ
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